महान स्वतंत्रता सेनानी जस्टिस अब्बास तैयबजी को किया याद, वरिष्ठ पत्रकार हाफिज शाहनजर सहित कई पत्रकार हुए सम्मानित
वरिष्ठ पत्रकार हाफिज शाहनजर सहित कई पत्रकार हुए सम्मानित
देहरादून (फरजानुल्लाह उस्मानी) महान स्वतंत्रता सेनानी और बॉम्बे हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश अब्बास तैयबजी, जिन्हें ‘छोटा गांधी’ के नाम से जाना जाता है, की 171वीं जयंती के अवसर पर अब्बास तैय्यबजी एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की और से तस्मिया अकादमी देहरादून में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
ट्रस्ट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. एस. फारूक ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि स्वर्गीय परिपूर्णानन्द पैन्यूली पूर्व संसद सदस्य जो एक स्वतंत्रता सेनानी और प्रजा मंडल के सदस्य भी थे। उन्होंने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया और कई बार जेल गए, अक्टूबर 2008 में संस्थापक सचिव और कोषाध्यक्ष थे और जीवन भर इस उद्देश्य के लिए काम किया। उन्होंने मुझे प्रेरित किया और तब से हम देहरादून और दिल्ली में अब्बास तैय्यबजी के जन्म और मृत्यु वर्षगाँठ कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। उन्होंने एडवोकेट अनिल नौरिया की उनके शोध और इस उद्देश्य के लिए की गई पहल के लिए भी सराहना की।
मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति महबूब अली अध्यक्ष जे.टी.आर.आई. लखनऊ ने अपने संबोधन में कहा कि दुर्भाग्य से हम अपने महान स्वतंत्रता सेनानी अब्बास तैय्यबजी को भूल गए हैं, जो बड़ौदा के एक उदार दूरदर्शी परिवार में पैदा हुए थे और जब वह केवल 10 वर्ष के थे, तब ब्रिटेन चले गए थे।
वह पहले भारतीय बैरिस्टर भी थे और उन्होंने गुजरात उच्च न्यायालय में सेवा की और 34 वर्षों की सेवा के बाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवानिवृत्त हुए। जलियांवाला बाग त्रासदी के तुरंत बाद वह गांधीजी के साथ स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो गए, जिन्हें नमक अधिनियम की अवहेलना में गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में अपना उत्तराधिकारी घोषित किया गया। उन्होंने बड़ौदा में प्रजा मंडल के 11वें अधिवेशन की अध्यक्षता की। इस मौके पर उल्लेखनीय योगदान पर वरिष्ठ पत्रकार अफजाल अहमद राणा, मोहम्मद शाह नज़र, आफताब अजमत, मंगेश कुमार, चांद मोहम्मद, नवीन कुमार, इकराम अंसारी आदि को सम्मानित किया गया।
कार्यकारी सदस्य लेफ्टिनेंट कर्नल एम.के.हुसैन ने महिला शिक्षा सहित समाज सेवा के क्षेत्र में काम कर रहे ट्रस्ट के बारे में पूरा इतिहास बताया। राकेश ओबेरॉय अध्यक्ष ओबेरॉय ग्रुप ऑफ मोटर्स और पूर्व न्यायाधीश अब्दुल कय्यूम सचिव एस.पी.सी. प्राधिकरण-उत्तराखंड ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।
अंत में कार्यकारी सदस्य डॉ. दलजीत कौर प्रिंसिपल डी.डब्ल्यू.टी. और एस.जे.ए. ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।
इस मौके पर ब्रिगेडियर के.जी. बहल, एस.एस. कोठियाल आई.जी.बी.एस.एफ (सेवानिवृत्त) कर्नल सनी बख्शी, डॉ. एम.ए. अंसारी सचिव रेड क्रॉस, अंतरा से एम.ए. खान, जे.एस. डग्गल सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य एवं मूर्तिकार, जीतेन्द्र दण्डाना, अब्बास ज़ैदी, तरूण भाटिया रोटरी क्लब के अध्यक्ष, डॉ. आई.पी. पांडे आदि मौजूद रहे,
कार्यक्रम का संचालन डॉ. आर.के. बख्शी सचिव दून सिटीजन्स काउंसिल ने किया।