बेलड़ा प्रकरण:पदाधिकारियों में महापंचायत की तारीख के एलान को लेकर नही बन पाया समन्वय
महासंघ की बैठक हंगामे की भेंट चढ़ी, लगे आरोप प्रत्यारोप
दीपक मौर्य
हरिद्वार। रविवार को महासंघ की एक महत्वपूर्ण बैठक तिबड़ी के रविदास मंदिर में आयोजित की गई थी जिसमे बेलड़ा प्रकरण को लेकर विचार मंथन होना था तथा समाज की एक महापंचायत बुलाने के लिए तारीख का एलान होना था। लेकिन बैठक शुरू होते ही हंगामे की भेंट चढ़ गई। जैसे ही महासंघ के अध्यक्ष रूप सिंह दधेरा ने इस पूरे प्रकरण पर अपने विचार रखे तो कुछ लोगों ने आर्थिक मदद को लेकर आरोप प्रत्यारोप लगाने शुरू कर दिए। जिसमे बैठक के बीच में समाज के कुछ व्यक्तियों के बीच गहमागहमी शुरू हो गई। बमुश्किल महासंघ के अध्यक्ष ने लोगों को शांत किया।
बेलड़ा से जुड़े कुछ व्यक्तियों व बेलड़ा के एक प्रमुख रिश्तेदार ने महासंघ के कुछ पदाधिकारियों और अनुसूचित आयोग के अध्यक्ष पर समाज को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन लोगों का कहना था कि सरकार ने हमारे साथ धोका किया है तथा 12 मांगो पर अभी तक कोई भी कार्यवाही नही हुई है। जबकि महासंघ के अध्यक्ष व अन्य साथियों ने कहा कि सरकार ने योगेश कुमार के कुर्की और 25 हजार के इनाम पर तत्काल रोक लगा दी थी। दोनो मृतक की पत्नियों को नौकरी, बच्चों को शिक्षा, एक सरकारी गल्ले की दुकान का आवंटन, आर्थिक मदद की पेशकश मुख्यमंत्री द्वारा स्वीकार कर ली गई थी।
महासंघ के पदाधिकारियों के बीच विवाद की मुख्य वजह सरकार को दिए जाने वाला मांग पत्र बना। कुछ लोगों ने जैसे ही उस मांग पत्र पर हस्ताक्षर कराने शुरू किए तो कुछ लोगों ने बिना पढ़े हस्ताक्षर कर दिए लेकिन जब लोगों ने उसमे कुछ पुलिस इंस्पेक्टरों / पुलिसकर्मियों के नाम निलंबन के लिए देखे तो समाज के अधिकांश व्यक्ति भड़क गए और उन्होंने अपने हस्ताक्षर भी काट दिए जिससे वहां भारी विवाद हो गया। कुछ लोगों ने एक सफेद कुर्ते वाले स्वयंभू नेता पर बिना महासंघ की सहमति के खुद ही उस मांग पत्र को बनाने का आरोप लगाया।
बैठक में महासंघ के अध्यक्ष रूप सिंह दधेरा , रिटायर्ड जनरल रजिस्टार कांता प्रसाद, मोदीमल तेगवाल, तीरथपाल रवि, सत्येंद्र कुमार देहरादून, मदनलाल, सोमपाल सिंह, खड़क सिंह, किशोर पाल, जगजीवन राम, रणवीर गौतम, कुलदीप कर्णवाल, नेत्रपाल, रोहित कुमार, राजदीप मैनवाल, विजयपाल सिंह, नरेंद्र कुमार, दीपक पेगवाल, स्वराज सिंह, विनोद आजाद, उमेश कुमार ,चंद्रपाल, राजबीर कटारिया, सीपी सिंह, भानपाल रवि, चीफ मेहर सिंह उपस्थित थे।