अंजुमन इरतका ए अदब द्वारा मेधावी छात्र-छात्राओं का अलंकरण समारोह
दीनी तालीम के साथ साथ दुनियावी और तकनीकी तालीम भी हासिल करें -मुजीब मलिक
रुड़की (फरजानुल्लाह उस्मानी) अंजुमन इरतका ए अदब द्वारा हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की प्रतिभावान छात्र छात्राओं को मेडल मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया तो वहीं वरिष्ठ नागरिकों का भी गिफ्ट देकर सम्मान किया गया।नगर निगम हाल में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मुस्लिम छात्र छात्राओं के अलावा उनके परिजन भी पहुंचे थे।
इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे प्रमुख समाजसेवी मुजीब मलिक ने कहा की मुस्लिम छात्र छात्राएं दीनी तालीम के साथ साथ दुनियावी और तकनीकी तालीम भी हासिल करें ताकि उन्हें आसानी से रोजगार हासिल हो सके।उन्होंने कहा की कोई भी समाज बिना शिक्षा के आगे नहीं बढ़ सकता इसलिए शिक्षा बेहद आवश्यक है।उन्होंने कहा की जब तक मुस्लिम समाज शिक्षित नहीं होगा तब तक वह विकास नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा की पढ़ाई के साथ साथ बच्चे अच्छे संस्कार सीखें और अपने माता पिता के साथ साथ अपने अध्यापकों का सम्मान भी करना सीखें। उन्होंने कहा की तंजीम का यह एक अच्छा प्रयास है जो बच्चे किसी कारण से सम्मानित होने से रह गए हैं उन्हें भी एक मौका दिया जायेगा। इस मौके पर तंजीम अहमद ने कहा की इस कंपटीशन के युग में छात्र छात्राओं को कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी और अपने को सबसे अलग साबित करना होगा तभी वह कोई मकाम हासिल कर सकते है।उन्होंने कहा की शिक्षा के बिना जीवन में अंधेरा है। इसलिए शिक्षित होना बेहद आवश्यक है।
इस मौके पर अंजुमन इरतका ए अदब के अध्यक्ष सैयद सनाउल हक ने कहा की मुस्लिम समाज को शिक्षा के प्रति जागरूक करने का बीड़ा उनकी संस्था ने उठाया है मुस्लिम समाज भी शिक्षा के प्रति पहले से अधिक जागरूक हुआ है उनमें और अधिक जागरूकता लाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम आगे भी आयोजित होते रहेंगे।कांग्रेस नेता राव आफाक अली ने कहा की आज शिक्षा बेहद आवश्यक हो चुकी है।
शिक्षा के बिना आज समाज अधूरा है इसलिए अपने बच्चों को अच्छी तालीम अवश्य दिलाएं। उन्होंने कहा वह हर साल इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे। इस अवसर पर पार्षद मोहसिन अल्वी,पार्षद जावेद फैंसी,हाजी अयूब,आफताब आलम साबरी,सलीम खान, राव आफाक ,मौलाना अरशद कासमी, कारी शमीम, बसपा नेता शाहनवाज त्यागी, वसीम त्यागी, दिलशाद खान, फखरे आलम,कार्यक्रम का संचालन सिकंदर हयात गड़बड़ ने किया।