ख़ाक हो जायेंगे हम तुमको ख़बर होने तक
ख़ाक हो जायेंगे हम तुमको ख़बर होने तक
शिब्ली रामपुरी
मशहूर शायर और कांग्रेस के मौजूदा वक्त के सीनियर नेताओं में शुमार इमरान प्रतापगढ़ी ने राहुल गांधी से मुलाकात करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट लिखी है जिसमें उन्होंने लिखा है कि आज अपने नेता राहुल गॉंधी जी से एक लम्बी मुलाक़ात रही जिसमें तमाम हालिया मुद्दों पर ज़रूरी बातचीत हुई, मसलहतन ख़ामोशी का मतलब मुद्दों से नज़र हटाना नहीं होता, भरोसा रखिये,राहुल गांधी जी के आसपास नफ़रत के लिये कोई जगह नहीं है।
ख़ामोशी का हासिल भी इक लम्बी सी ख़ामोशी थी
उन की बात सुनी भी हम ने अपनी बात सुनाई भी।
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने अपनी इस पोस्ट में जो लिखा है और जो शायराना अंदाज इस्तेमाल किया है उसको पढ़कर काफी कुछ दिल और दिमाग में आता है कि इमरान प्रतापगढ़ी राहुल गांधी की किस खामोशी को मसलहतन बता रहे हैं और वह यह भी समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि देखिए भरोसा रखिए यकीन रखिए राहुल गांधी जी के आसपास नफरत के लिए कोई जगह नहीं है.
इस पोस्ट से साफ होता है कि शायर इमरान प्रतापगढ़ी जो कि कांग्रेस में हैं और राहुल गांधी के भी करीबी नेताओं में वह शुमार हैं तो उनको शायद लगता है कि बहुत सारे मामलों पर राहुल गांधी खामोश बैठे हैं और जहां पर उनको बोलना चाहिए वह वहां बोल नहीं रहे हैं लेकिन राहुल गांधी पर वह यह भरोसा जताते हुए लिख रहे हैं कि राहुल गांधी जरूर बोलेंगे और उनकी खामोशी को बेवजह ना समझा जाए उसमें बहुत कुछ छिपा हुआ है शायद ऐसा ही कुछ समझाने की कोशिश इमरान प्रतापगढ़ी कर रहे हैं.
कभी मिर्जा गालिब ने अपनी शायरी में जो कुछ कहा था वह शायद आज के हालात पर चरितार्थ होता है कि
हमने माना कि तगाफुल ना करोगे लेकिन
ख़ाक हो जायेंगे हम तुमको ख़बर होने तक