दायित्व फाउंडेशन ने किया 265 मेधावी छात्रों को सम्मानित
इमानदारी से मेहनत करने वालों के कदम चूमती है मंजिलः डॉ. एस फारूक
सफलता पानी है तो मोबाइल से दूरी बनानी होगीः डॉ. तंजीम अली
लक्ष्य पाने का जुनून हो तो कोई बाधा रास्ता नही रोकेगीः आर ए खान
देहरादून। दायित्व फाउंडेशन की और से तीसरा प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें हाईस्कूल व इंटर के करीब 265 छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। वहीं, इस वर्ष सरकारी नौकरी प्राप्त करने वाले अर्भ्यथियों को सम्मानित किया।
गुरुवार को संस्कृति विभाग के प्रेक्षागृह में आयोजित सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे हिमालय वेलनेस के अध्यक्ष डॉ. एस फारूक ने कहा कि अपने काम और पढ़ाई के प्रति अगर व्यक्ति इमानदार रहे तो मंजिल खूद उसके कदम चूमती है, उन्होने कहा कि छात्र जीवन बहुत ही महत्वपूर्ण कालखंड होता है, इस दौरान इंसान को अपना सुखद भविष्य बनाने का अवसर मिलता है। छात्र जीवन में संघर्ष और लगन के साथ अपनी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होने बोर्ड परिक्षा में सफल होने वाले छात्रों और इस वर्ष सरकारी नौकरी प्राप्त करने वाले अर्भ्यथियों को सम्मानित किया।
उल्लेखनीय है कि दायित्व फाउंडेशन हर साल हाई स्कूल व इंटर के मेधावी छात्रों को सम्मानित करता आ रहा है। इस वर्ष करीब 265 छात्रों को सम्मानित करने के साथ-साथ उनकी करियर काउंसलिंग भी की गई।
प्रतिभा सम्मान समारोह के अवसर पर डिप्टी सचिव डॉ.तंजीम अली ने छात्रों को मेडिकल और अकेडमिक की तैयारी के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि छात्रों को अपना लक्ष्य 9वीं कक्षा से ही अपना तय करना चाहिए। उन्होने नीट की तैयारी करने और परिक्षा के पैटन को भी समझाया। डॉ.तंजीम अली ने कहा कि प्रतियोगी परिक्षाओं में सफलता अर्जित करना चाहते हो तो तैयारी के समय मोबाइल से दूरी बनानी होगी।
प्रयाग आईएएस अकादमी के निदेशक आर ए खान ने छात्रों को सिविल सर्विसिस की परिक्षा की तैयार कैसे करनी है और कब से शुरूआत करनी है, इस संबंध में रूबरू कराते हुए कहा कि अगर इंसान में लक्ष्य प्राप्त करने का जुनून है, तो कोई भी परिक्षा उसके लिये कठिन नही है। उन्हाने कहा कि लेखन शैली में सुधार करते रहना चाहिए, प्रतियोगी परिक्षाओं में सफलता पाने के लिये जहा सवालों के सही जवाब देना महत्वपूर्ण हैं, वही, लेखन शैली भी उच्च कोटी की होनी चाहिए। उन्हाने इस बात पर जौर दिया कि छात्र नकारात्मक विचारों से बचे। कोशिश करते रहे, ज्ञान मानव जीवन में उजीयारा लाता है।
दायित्व फाउंडेशन के चेयरमैन हाजी मौहम्मद युसूफ ने कहा कि फाउंडेशन आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की मदद के लिये बनाया गया है। साथ ही प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी भी फाउंडेशन निःशुल्क करा रहा है। संचालन कर रहे दायित्व फाउंडेशन के कोषाध्यक्ष मौहम्मद शाह नज़र ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में अपना किरदार अदा करने के लिये हुनरमंद होना जरूरी है। शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी बचाने हैं।
दायित्व फाउंडेशन के सचिव फरमान इकबाल ने दायित्व फाउंडेशन के अभी तक किये गये कार्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की शुरूआत कारी दानिश की तिलावत और हाफिज गुलफाम की नात से हुई।
इस मौके पर मुख्य वित्त नियंत्रक उत्तराखण्ड परिवहन निगम व राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण गुलफाम अली, डीपीआरओ टिहरी मुस्तफा खान, हारून रशीद, कोहिनूर आर्ट ज्वेलर्स के हाजी शैख इकबाल, हाजी शमशाद, रूही अंजूम, इकराम अली, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता साजिद चौधरी व युनूस चौधरी आदि ने भी छात्रों को जागरूक किया। कार्यक्रम का संचालन मौहम्मद शाह नज़र ने किया।
इस अवसर पर अधिवक्ता तसनीम अहमद, डॉ. मदनी, मास्टर आबिद हसन, मास्टर मुस्तकीम हसन, नासिर अली, अकरम अंसारी, डॉ. जमशेद उस्मानी, सय्यद उवेस थानवी, मोनिस अली, अब्बास अंसारी, मौ. इसरार, मौ. अनस, मौ. शौएब, अफरोज खान, इकराम अंसारी, इमरान अली, मौ. साकिब, डॉ. तौफीक अहमद, मीर बिलाल अहमद, वली अहमद, फरजानुल्लाह उस्मानी, मौ. मोनिस, शमी नाज खान, फर्खरूल इस्लाम, मौलाना अब्दुल वाजिद, मौ. यासीन, कैफी, गौल्डी व परवेज अहमद आदि मौजूद रहे।