हाजी सरवत करीम अंसारी की राजनीतिक विरासत संभालेंगे उबैदुर रहमान उर्फ मोंटी
मंगलौर – मंगलौर विधानसभा में होने वाले उपचुनाव को लेकर सभी पार्टी पूरी तैयारियों में जुट गई है। मंगलौर विधानसभा में बसपा से विधायक रहे हाजी सरवत करीम अंसारी के देहांत के बाद मंगलौर विधानसभा सीट खाली हो चुकी है। उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने पहले ही काजी निजामुद्दीन को उपचुनाव में प्रत्याशी के रूप में घोषित कर दिया है। तो वही बसपा से हाजी सरवत करीम अंसारी के पुत्र मोंटी को चुनावी मैदान में उतरने घोषणा की गई है। जबकि भाजपा ने उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी को मंगलौर विधानसभा में उतारने के लिए मंथन करने में जुटी हुई है। हालाकि मंगलौर उपचुनाव को लेकर अभी कोई फैसला प्रदेश सरकार ने नही लिया है। लोकसभा चुनाव के साथ ही उपचुनाव कराए जाने की चर्चा की जा रही है। हालाकि मंगलौर विधानसभा सीट पर अभी तक भाजपा अपनी जीत दर्ज नही करा पाई है। इस उपचुनाव में भाजपा अपनी सीट का सुखा पन दूर करने के लिए मजबूत उम्मीदवार उतारकर इस सीट पर भाजपा का परचम लहराने में कोई कमी नही छोड़ेगी। मंगलौर विधानसभा सीट पर शुरू से ही बसपा और कांग्रेस दोनों पार्टी के उम्मीदवार के बीच ही हार जीत के परिणाम निकले है। लेकिन इस बार बसपा के कद्दावर नेता में शुमार हाजी सरवत करीम अंसारी के देहांत के बाद भाजपा इस सीट को जीतने के लिए भरपूर कोशिश करेगी। मंगलौर बसपा कार्यालय में हुई एक मीटिंग में हाजी सरवत करीम अंसारी के समर्थकों ने उबैदुर रहमान मोंटी को अपना नेता चुना है। सभी समर्थकों ने एकजुट होकर मोंटी को चुनाव लडाने का निर्णय लिया है तो वही समर्थको ने भी इस बार बसपा की झोली में ही इस सीट को डालने की उम्मीद जताई है।