राजनीति में बढ़ता सोशल मीडिया का दायरा
लोकसभा चुनाव में मजबूती के लिए सोशल मीडिया के जरिए जनता में मजबूत पकड़ बना रहे राजनीतिक दल
मुंबई(शिब्ली रामपुरी) सोशल मीडिया अब सिर्फ हमारी आम जिंदगी तक ही सीमित नहीं रह गया है बल्कि यह काफी आगे बढ़ चुका है और अब इस पर राजनीतिक दल भी काफी प्रयास कर रहे हैं कि किसी तरह से जनता के बीच अपनी मौजूदगी मजबूती से दर्ज कराई जा सके और आगामी चुनाव में जनता के वोट भी हासिल किए जा सकें.
किसी समय देश में एक या दो पार्टी ही सोशल मीडिया पर पूरी तरह से एक्टिव थी और बहुत से क्षेत्रीय दल सोशल मीडिया से दूर थे लेकिन बदलते वक्त के साथ अब सभी राजनीतिक दल सोशल मीडिया पर एक्टिव है ट्विटर से लेकर फेसबुक और कई सोशल मीडिया के ऐसे प्लेटफार्म है जहां पर आप विभिन्न राजनीतिक पार्टियों और उनसे जुड़े नेताओं के बयान उनके फोटो और उनके वीडियो आसानी से देख सकते हैं और सुन सकते हैं.
इससे साफ जाहिर है कि राजनीतिक दल इस बात को महसूस कर चुके हैं कि अब जनता प्रिंट मीडिया- इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से ज्यादा सोशल मीडिया पर एक्टिव है और वह पॉलिटिक्स की हर एक्टिविटी के बारे में सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी प्राप्त करती है.
सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर ऐसे नेताओं की भी काफी मौजूदगी है जो मुख्यधारा की मीडिया पर यह आरोप लगाते हैं कि वह उनको नजरअंदाज करता है तो ऐसे नेता सोशल मीडिया पर अपनी बात आजकल कह रहे हैं.