उत्तराखंड बसपा प्रदेश महासहिव सोनिया शर्मा को पार्टी ने किया निष्कासित
प्रदेश बसपा एवं सोनिया शर्मा के परस्पर विरोधी दावे
हरिद्वार (दीपक मौर्य) बसपा में एंट्री की बाद सोनिया शर्मा के स्वागत कार्यक्रम भी पूरे नही हुए थे कि पार्टी ने कल उन्हे बाहर का रास्ता दिखा दिया। हरिद्वार की राजनीति में जब भूचाल आ गया जब सोनिया शर्मा ने अपने फेसबुक पेज पर कल शाम लगभग 5:14 बजे ये लिखा कि बसपा की प्रदेश स्तर की गुटबाजी के चलते मै अपने सभी दायित्वों से इस्तीफा दे चुकी हूं। ये स्पष्ट नही हुआ है कि बसपा ने सोनिया शर्मा को निष्कासित किया है या सोनिया शर्मा ने बसपा से इस्तीफा दिया है। हमने सोनिया शर्मा से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नही हो पाया।
वहीं इस मामले में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष शीशपाल चौधरी ने बताया कि सोनिया शर्मा को अनुशासन हीनता के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। उन्होंने ये भी कहा कि वैसे तो ये निष्कासन बसपा सुप्रीमो ने एक दिन पहले यानी बृहस्पतिवार को ही कर दिया था लेकिन उसकी औपचारिक घोषणा आज ( कल) शुक्रवार को ही गई । जब उनसे पूछा गया कि सोनिया शर्मा ने तो फेसबुक पर लिखा है कि उन्होंने स्वयं इस्तीफा दिया है तो उन्होंने कहा कि उनके फेसबुक पेज लिखने से लगभग 2 से 3 घंटे पहले ही जिलाध्यक्ष अनिल चौधरी द्वारा एक प्रेस नोट मीडिया को जारी कर दिया गया था।
प्रदेश अध्यक्ष ने निष्कासन का कारण बताते हुए कहा कि पार्टी ने उन्हें सम्मान देते हुए बसपा उत्तराखंड का प्रदेश महासचिव बनाया लेकिन उनके पति वर्तमान विधायक उमेश शर्मा द्वारा फेसबुक हैंडल पर जनता से ये सवाल पूछा जा रहा था कि वे निर्दलीय लड़े या बसपा के निशान पर। इसकी शिकायत बहन जी तक गई थी इसलिए बसपा सुप्रीमो ने इस पर संज्ञान लिया है। पार्टी अनुशासन के मामले में बेहद गंभीर है।