यह दीक्षांत समारोह है, शिक्षांत नहीं हुआ है- एसजीआरआर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बोले मुख्यमंत्री श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह आयोजित
देहरादून (अमानुल्लाह उस्मानी) श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय (एसजीआरआर) के प्रथम दीक्षांत समारोह में 5386 छात्र-छात्राओं को डिग्री दी गई। इनमें 218 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। वहीं, 34 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। डिग्री व मेडल पाकर छात्र खुशी से झूम उठे।
मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह दीक्षांत समारोह है, शिक्षांत नहीं हुआ है। जीवन में कोई शॉर्टकट नहीं होता। उन्होंने कहा कि छात्र आदर्श गुणों को अपनाएं, जिससे समाज और राष्ट्र का नव-निर्माण हो सके। जीवन में कुछ पाने के लिए हमेशा सीखने की इच्छा बनाए रखनी चाहिए। किसी भी संस्थान के लिए उसके छात्र ही ब्रांड एंबेसडर होते हैं। मुख्यमंत्री ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी दीक्षार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की कि शिक्षा ग्रहण करने के बाद हमारे ये युवा जिस भी क्षेत्र को चुनेंगे, उस क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करेंगे एवं अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में कामयाब होंगे। उन्होंने कहा कि दीक्षान्त समारोह विद्यार्थियों के जीवन के लिए हमेशा से एक विशेष अवसर होता है। विद्यार्थी काल व्यक्ति के जीवन का एक ऐसा पड़ाव होता है जहां पर पहुंचकर हमें यह अहसास होता है कि जीवन यात्रा का लक्ष्य क्या है। इस यात्रा में हम कई असाधारण क्षणों का अनुभव करते हैं और इस यात्रा की यादें जीवन भर ताजा रहती हैं। जीवन में कुछ पाने के लिए हमेशा मन में सीखने की इच्छा को बनाकर रखना चाहिए क्योंकि ज्ञान का कोई अंत नहीं होता है। स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि “जिस शिक्षा से जीवन में पैरों पर खड़ा हुआ जा सके, हम अपना जीवन निर्माण कर सकें, मनुष्य बन सकें, चरित्र गठन कर सकें और विचारों का सामंजस्य कर सकें, वही वास्तव में शिक्षा कहलाने योग्य है।“
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु राम शिक्षा मिशन की स्थापना 1952 में श्री महंत इंदिरेश चरण दास जी महाराज द्वारा समाज के सभी वर्गों के छात्रों को गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने के लिए की गई थी। आज यह मिशन उत्तर भारत में सैकड़ों संस्थानों में नर्सरी से पी.एच.डी. तक लाखों विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है। मिशन के अध्यक्ष, श्री महंत देवेंद्र दास जी महाराज ने श्री मंहत इंदिरेश अस्पताल, श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज, स्कूल ऑफ नर्सिंग और स्कूल ऑफ पैरामेडिकल साइंस शुरू करके समाजसेवा के क्षेत्र में नए आयाम जोड़े हैं।
विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि मेडिकल के छात्रों के लिए एक घोषणा की है कि जो छात्र एमबीबीएस करेगा वह अपने क्षेत्र के पांच परिवारों को गोद लेगा। मेडिकल छात्रों के लिए एक ई-लाइब्रेरी बनाई गई है। जुलाई में देश और दुनिया के मेडिकल कॉलेज और विश्वविद्यालय से एमओयू करेंगे। इससे छात्रों की उच्च शिक्षा के लिए बेहतर कदम उठाए जा सकेंगे।
पूर्व कुलपति प्रो. यूएस रावत ने कुलाधिपति महंत देवेंद्र दास महाराज का शुभकामना संदेश पढ़ा। इस दौरान विवि अनुदान आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर डीपी सिंह, धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने भी विचार रखे।
श्री गुरु राम राय विवि एलुमनी एसोसिएशन ने एलुमनी मीट का आयोजन किया। अध्यक्ष डॉ. विपुल जैन ने बताया कि एलुमनी मीट में विवि के पूर्व छात्रों ने प्रतिभाग किया और अपने अनुभव साझा किए। उपाध्यक्ष डॉ. पारुल गोयल, डॉ. दिव्या वर्मा, मंदीप नारंग मौजूद रहे।
इस दौरान दून विवि की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, यूसर्क की निदेशक प्रो. अनीता रावत, यूकास्ट के पूर्व महानिदेशक प्रो. राजेंद्र डोभाल, हिमालय विवि के कुलपति प्रो. जेपी पचौरी, विवि की शैक्षणिक समन्वयक डॉ. मालविका कांडपाल, डॉ. आरपी सिंह, डीन रिसर्च प्रो. लोकेश गंभीर, प्रो. अरुण कुमार, प्रो. कंचन जोशी, आईक्यूएसी निदेशक डॉ. सुमन विज, प्रो. कुमुद सकलानी, डॉ. मनोज गहलौत, डॉ. दीपक साहनी, मनोज तिवारी मौजूद रहे।