अमेरिका के साथ संबंधों को लेकर जयशंकर की टिप्पणी पर पाक को लगी मिर्ची, राजनयिक आचरण के आत्मनिरीक्षण पर देने लगा ज्ञान

इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ इस्लामाबाद के संबंधों के बारे में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की ‘अवांछित टिप्पणी’ को खारिज करते हुए मंगलवार को कहा कि क्षेत्र में शांति के लिए दोनों देशों के बीच संबंध महत्वपूर्ण हैं। वाशिंगटन में भारतीय-अमेरिकियों के साथ बातचीत के दौरान, जयशंकर ने रविवार को कहा था कि पाकिस्तान के साथ अमेरिका के आपसी संबंधों से दोनों देशों में से किसी का ‘भला नहीं’ हुआ है। उन्होंने एफ- 16 लड़ाकू विमान के लिए 45 करोड़ अमेरिकी डॉलर के संपोषण पैकेज पर बाइडन प्रशासन की मंजूरी पर सवाल भी उठाए थे। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जयशंकर की ‘अवांछित टिप्पणियों’ को लेकर मीडिया के सवालों का जवाब एक बयान जारी करके दिया। बयान में कहा गया है, ‘‘भारत से अंतर-सरकारी संबंधों के बुनियादी मानदंडों का सम्मान करने और अमेरिका तथा पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर टिप्पणी करने से परहेज करने का आग्रह किया जाता है। भारत को भी अपने राजनयिक आचरण के गंभीर आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता है।’’ इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान का अमेरिका के साथ पुराना और व्यापक संबंध रहा है, जो इस क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण रहा है। विदेश कार्यालय ने यह भी कहा है कि हाल के महीनों में पाकिस्तान और अमेरिका के संबंध मजबूत और बहुआयामी हुए हैं और दोनों देशों के नागरिकों के बीच सम्पर्क और द्विपक्षीय संबंध इसे और मजबूती प्रदान कर रहे हैं। विदेश कार्यालय ने कहा, ‘‘दोनों देश रचनात्मक रूप से क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने में जुटे हैं।

 

 

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