मंगलौर बस अड्डा बहा रहा है अपनी बदहाली पर आंसू
अकील अहमद
मंगलौर – उत्तराखंड प्रदेश में चार धाम यात्रा शुरू हो चुकी है देश के कोने कोने से श्रद्धालु देवभूमि में दर्शन के लिए आ रहे हैं देवभूमि के प्रवेश द्वार मंगलौर बस अड्डा अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। उत्तराखंड सरकार यात्रियों की बेहतर सुविधा के लिए कई योजना चलाने का दावा कर रही है जिससे यात्रियों को किसी भी तरह की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। लेकिन प्रशासनिक अधिकारी सरकार के तमाम वादों को पलीता लगाते नजर आ रहे हैं। देवभूमि प्रवेश द्वार पर बने बस अड्डे पर यात्रियों की सुविधा के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया है। रोजाना हजारों की संख्या में यात्री मंगलौर से सफर करते है, बस स्टेंड पर यात्रियों के लिए कोई विश्राम कक्ष तक उपलब्ध नही। यात्रियों को बैठने के लिए कोई बेंच तक उपलब्ध नही है, न ही इस भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप से बचाओ के लिए कोई इंतजाम किया गया है। पानी की समस्या से लेकर तमाम सुविधाओ का टोटा लगा हुआ है। जबकि रोडवेज बस स्टेंड के साथ साथ प्राइवेट गाड़ियों के इंतजार में भी यात्री घंटो खड़े रहते है। आसपास के क्षेत्रों में जाने वाले यात्री भी घंटों धूप में खड़े होकर बसों का इंतजार करते हैं। स्वच्छ जल तक यात्रियों को मयस्सर नही। नगर पालिका प्रशासन भी रोडवेज विभाग पर लापरवाही का ठीकरा फोड़ रहे है ऐसी स्थिति में विभागीय व प्रशासनिक अधिकारियों की पोल खुलती नजर आ रही है। जबकि क्षेत्रीय लोगों ने भी मंगलौर नगर पालिका अधिकारी सहित संबंधित विभाग से शिकायत कर चुके है। भीषण गर्मी में यात्रियों की सुविधा पर ख़ामोशी विभागीय नकामी को दर्शाता है।