लोकसभा चुनाव 2024 में मजबूती के लिए-यूपी में भाजपा और कांग्रेस को नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश
शिब्ली रामपुरी
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली शानदार सफलता के बाद अब सभी राजनीतिक दलों की निगाहें 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर है और मशहूर है कि दिल्ली का रास्ता यूपी से जाता है तो इसी को मद्देनजर रखते हुए भाजपा और कांग्रेस यूपी में नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश में हैं. भाजपा के यूपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के योगी कैबिनेट में मंत्री बनने के बाद बीजेपी अध्यक्ष का पद खाली है तो वहीं कांग्रेस से प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के इस्तीफा देने के बाद से यहां पर भी कांग्रेस को एक ऐसे प्रदेश अध्यक्ष की तलाश है जो पार्टी को लोकसभा चुनाव में मजबूत स्थिति में पहुंचा सके.
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने खुद को मजबूत करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं रखी और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी यहां पर जमीनी स्तर पर भी पॉलिटिक्स करती दिखाई दी लेकिन कांग्रेस की तमाम कोशिशों के बावजूद भी यूपी में कांग्रेस को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा उसके खाते में सिर्फ दो ही सीटें गई इसके बाद कांग्रेस के जुझारू प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने अपने पद से 15 मार्च को इस्तीफा दे दिया था.
अजय कुमार लल्लू के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद से अभी तक यूपी में कांग्रेस ने अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी को नहीं दी है. ऐसा नहीं है कि कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष बनने वाले नेताओं की कमी है लेकिन इस बार कांग्रेस काफी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है और यूपी चुनाव से मिली शिकस्त से सबक लेते हुए वह आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में पूरे जोशो खरोश से जुटने लगी है और इसी के चलते वह यूपी में अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी ऐसे नेता को देगी जो जनता में मजबूत पकड़ रखता हो. यूपी में भाजपा की बात करें तो उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद अब पार्टी का पूरी तरह से फोकस 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर है और इसके लिए भाजपा कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहती है इसी को ध्यान में रखते हुए वह उत्तर प्रदेश में नए प्रदेश अध्यक्ष का चयन करेगी बताया जाता है कि भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष इस बार किसी सांसद को ही बनाया जाएगा.