Breaking News- ED की कार्रवाई, नवाब मलिक गिरफ्तार

महाराष्ट्र सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता नवाब मलिक को ED ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें अंडरवर्ल्ड से रिश्तों के आरोप में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है। उनका नाम अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर ने लिया था। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम सुबह 7.45 बजे उन्हें पूछताछ के लिए मुंबई स्थित दफ्तर ले गई थी।

जानकारी के मुताबिक, ED की टीम सुबह 5 बजे मलिक के कुर्ला के नूर मंजिल स्थित घर पहुंची। इसके बाद टीम 7 बजे उनके घर से निकली और 7.45 बजे ED ऑफिस पहुंची है। इस दौरान CRPF की एक बड़ी टीम उनके साथ थी। मलिक से पूछताछ के बाद NCP का आक्रामक रुख देखने को मिल सकता है। यही कारण है कि ED ने इस कार्रवाई को चुपके से अंजाम दिया है। ED ऑफिस के बाहर भी भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। आसपास के ट्रैफिक को भी डाइवर्ट कर दिया गया है।

सैंकड़ों की संख्या में एनसीपी कार्यकर्ता ED ऑफिस के बाहर पहुंचे हैं और बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।

9 नवंबर 2021 को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड से रिश्ते का सनसनीखेज खुलासा किया था। उन्होंने कहा था कि नवाब मलिक ने दाऊद इब्राहिम के गैंग से जमीनें खरीदीं। ये जमीनें मुंबई में ब्लास्ट करने के आरोपियों की हैं। पूर्व CM ने आरोप लगाया कि सरदार शाह वली खान और हसीना पारकर के करीबी सलीम पटेल के नवाब मलिक के साथ व्यवसायिक संबंध हैं। इन दोनों ने नवाब मलिक के रिश्तेदार की एक कंपनी (Solidus company) को मुंबई के LBS रोड पर मौजूद करोड़ों की जमीन कौड़ियों के दाम में बेची।

फडणवीस के मुताबिक जमीन की बिक्री सरदार शाह वली खान और सलीम पटेल ने की थी। नवाब मलिक भी इस कंपनी से कुछ समय के लिए जुड़े हुए थे। कुर्ला के LBS रोड पर मौजूद 3 एकड़ जमीन सिर्फ 20-30 लाख में बेची गई, जबकि इसका मार्केट प्राइस 3.50 करोड़ से ज्यादा थी। पूर्व CM ने इसके सभी सबूत सेंट्रल एजेंसीज को देने की बात भी कही थी। माना जा रहा है कि इसी मामले में कार्रवाई करते हुए ED की टीम ने मलिक को पूछताछ के लिए उठाया है। हालांकि, ED की ओर से इस पर कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है।

शिवसेना सांसद संजय राउत ने ED की कार्रवाई पर कहा, ‘जो कोई भी BJP और केंद्र सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठाता है। उसे केंद्रीय जांच एजेंसियों के जरिए डराने धमकाने का काम काफी दिनों से शुरू है। आज भी ED ने वही किया है, लेकिन मेरा सवाल यह भी है कि आखिर सिर्फ महाविकास अघाड़ी के नेताओं पर ही ED के अधिकारियों की कार्रवाई क्यों हो रही है? क्या BJP के नेताओं पर कोई भी मामला नहीं है। या वह सब बिल्कुल दूध के धुले हुए हैं। मुझे पूरा यकीन है कि शाम तक नवाब मलिक घर जरूर लौटेंगे। 2024 के बाद इन सब की भी जांच होगी। आने वाले दिनों में मैं कई BJP नेताओं और अधिकारियों के बारे में खुलासा करूंगा। इसके लिए भले ही मुझे कितनी भी बड़ी कीमत क्यों ना चुकानी पड़े।’

शरद पवार ने कहा,’जिस तरह से एजेंसीज का गलत इस्तमाल लगातार हो रहा है, उसे देखते हुए हमें लग रहा था कि ये आज नहीं तो कल जरुर होगा। नवाब मलिक लगातार बोल रहें है, इसलिए कोई ना कोई मामला निकालकर उन्हे परेशान किया जाएगा ये हमें पता था। अगर कोई मुस्लिम कार्यकर्ता है तो दाऊद का नाम ये लेने लगते है, बिना किसी सबूत के। जब मैं सीएम था तब भी इसी तरह मुझे बदनाम करने की कोशिश हुई थी। जो भी केंद्र या इन एजेंसीज के खिलाफ बोलता है, उसे परेशान करने की कोशिश की जाती है। वही बात यहां हुई है।”

सुप्रिया सुले ने कहा,’मेरी मलिक के परिवार से बातचित हुई। मलिक कैबिनेट के मंत्री है, मेरी जानकारी के मुताबिक उन्हे पहले कोई नोटिस नहीं दी गई थी। जांच में सहयोग करने की बात नवाब मलिक ने की है। ट्वीटर के जरिए धमकी दे रहे थे कि इसको नोटिस आएगा उसको आएगा, ये कोई नई बात नही है। MVA सरकार के नेता हो या देश के अन्य नेता। पिछले कुछ समय से लगातार ईडी और अन्य एजंसीयों के नोटिस, धमकियां आ रही है। मैने संसद में भी ये मुद्दा उठाया था। नवाब मलिक लगातार सच बोल रहे थे। इसलिए शायद उनकी आवाज दबाने के लिए ये किया गया हो सकता है।’

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